गोरखपुर : हर क्षेत्र में लगन और परिश्रम के बल पर मुकाम हासिल कर महिलाओं ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। डॉ. शालिनी श्रीवास्तव ने कोरोना काल में मरीजों की सेवा की तो टीकाकरण के दौरान बढ़-चढ़कर लोगों को टीका लगवाया। बीसी सखी रन्नो चौरसिया ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बना रही हैं। शहर की कवयित्री डॉ. चारुशीला सिंह ने महज चार वर्षों में कवि सम्मेलनों और मुशायरों में अपना बेहतर स्थान बनाया है। मूकबधिर बेटी आदित्या ने मां की नसीहत और उत्साहवर्धन के दम पर ब्राजील में 1-15 मई तक आयोजित होने वाले मूक बधिर ओलम्पिक के लिए क्वालिफाई किया है। विरासत में पिता मैहर घराने के बांसुरी वादक रमेश प्रसाद वर्मा से संगीत की शिक्षा लेकर शहर की सुनिषा पांच हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को संगीत की शिक्षा दे रही हैं।